महाराष्ट्र में Rain alart' इन 4 जिलों में तूफानी बारिश के साथ गारपिट का तहलका ?

 Rain alart .... 🌧️ 🌧️

     महाराष्ट्र में इन 4 जिलों में बारिश के साथ तूफान और गारपिट का तहलका।

     महाराष्ट्र राज्य के चार जिलों में बारिश ने बड़ा तहलका मचाया है। वर्धा, परभणी, वाशिम ,यवतमाल, नागपुर इन  जिलों में बारिश और गारपीट की बड़ी संख्या में बरसात। इस  बरसात में किसानों का बडी संख्या फसल का नुकसान होते हुए नजर आया है। क्योंकि बारिश और कारपेट में तीन-चार जिलों में तहलका मचा दिया है।  और हर किसान आज परेशान नजर आ रहा है। क्योंकि होता हुआ नुकसान किसान देख नहीं पा रहा है।  इसीलिए यह परेशान करने वाली बात है। क्योंकि महाराष्ट्र राज्य में सही समय पर बारिश ना गिरने से हर किसन पहले ही परेशान था और इसमें फिर से एक बार तूफानी बारिश और गारपिट के वजह से किसानों का बड़ी संख्या की मात्रा में फसलो का नुकसान हुआ है। वैसे ही और इस समय चल रही कड़क जल्दी धूप मे किसने की फसल का इस तूफानी बारिश के आ जाने से बड़ी संख्या में नुकसान हुआ है। 

फसल का नुकसान,

          जैसे की घिव, चना , ज्वारी, मोसंबी ऐसे फल बगीचों का इंसानहुआ है। यवतमाल ,वर्धा, वाशिम ,परभणी ,जिलों में बारिश और गारपीट की वजह से जो लोगों को और किसानों को परेशानियां झेल ना पड़ रही है। यह एक बहुत ही दुःख देय घटना है। क्योंकि किसान पहले सेही प्रशांत क्योंकि अगले साल भी बारिश हुई नहीं फसल का नुकसान हुआ था कपास को भी भाव नहीं मिला था। और इस साल फिर से बारिश के न होने से और टाइम पर ना गिरने से कर्ज बजरी हुआ था और इसमें अब फिर से एक बार तूफानी बारिश और गारपिट की वजह नुकसान हुआ है। इसके लिए सरकार ने कुछ तो ध्यान देना जरूरी है।


किसानों की मांग,

        किसानों के फसल का जो नुकसान हुआ है। सरकार ने इसका पंचनामा करना चाहिए। और किसानों को मदद की दौर पर उनको फसल भरपाई देनी चाहिए। अन्यथा फिर से किसानों की आत्महत्या का प्रमाण बढ़ जाएगा।

 यवतमाल,

     यवतमाल जिले में गेहूं , ज्वारी,चना, और इत्यादि अति आवश्यक फसलों पर इस इस  का यानी के तूफानी बारिश और गारपीट के गिरते ही किसानों का नुकसान हुआ है।  यवतमाल जिले में तूफानी बारिश और गारपीट। की वजह से जो इलेक्ट्रिक प्रॉब्लम है वह बढ़ गया है तीन-चार जिलों में कहीं-कहीं पर गली-गलियों में लाइट के खंबे जो है नीचे गिर चुके हैं इसीलिए गांव वालों को और किसानों को बिजली की प्रॉब्लम भी आ रही है। 

वर्धा, 

  वर्धा जिले में भी गेहूं जौहरी चना मोसंबी इन फसलों का और और बगीचों का बड़ी संख्या यहां पर भी हर किसान बहुत ही परेशान और दुखी है क्योंकि जिससे वह पेट भरते हैं. वही अनाज आज मिट्टी में मिल चुका है।  इसी वजह से किसन की आत्महत्या का प्रमाण बढ़ जाता है। क्योंकि किसान सब कुछ सह सकता है! पर अपनी खेत में फसल बर्बाद होते हुए नहीं देख सकता। 

परभनी ,

 परभणी जिले में भी तूफानी बारिश ने तहलका मचाया हुआ है। और यह बारिश आज भी गिर रही है ,और मौसम में बहुत सा बदलाव आते हुए नजर आ रहा है। अगर यह बदलाव ऐसे ही नजर आता रहा तो और भी किसानों का नुकसान हो सकता है।  परभणी में हल्की सी बारिश और गारपिट.से नुकसान।

वाशिम,

        विदर्भ में वाशिम और नागपुर में भी बारिश और कारपेट की वजह से बिजली पूरा उठा पर भी परिणाम हो गया है इसकी वजह से बिजली के खंभे नीचे गिर चुके हैं और तारे भी टूट चुकी है। यह एक बिजली पुरवठा के लिए बड़ा झटका है। धूप काले में उगाई जाने वाली फसलों का नुकसान होते हुए नजर आया है। किसने की सब आशा अपेक्षाएं पानी में और मिट्टी में मिल चुकी है।  अब ऐसे में किसान किस को मुंह देंगे? किसान रोते हुए नजर आ रहा है। 

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